राजनांदगांव। गोदाम में भंडारित तेंदूपत्ता में हेराफेरी कर लगभग 93 लाख रूपये की गड़बड़ी करने के मामले में पुलिस ने दस आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
कोतवाली पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी श्रीमती प्रमिला जुरेशिया पति राजेन्द्र श्रीवास्तव उम्र 43 वर्ष निवासी मुख्य गोदाम प्रभारी राजनांदगांव द्वारा वन मंडल बीजापुर के लाट क्र. 64 ब समिति भैरमगढ़ का तेंदूपत्ता गुरूकृपा गोदाम राजनांदगांव में भंडारण किया गया था। उक्त भंडारित तेंदूपत्ता में से अच्छी गुणवत्ता का तेंदूपत्ता निकालकर उसमें पुराना कचरा गुणवत्ताविहीन तेंदूपत्ता रख दिया गया। जब मामले की जांच हुई तो वन विभाग ने 4 मई 2023 को शिवेन्द्र कुमार साहू उप मंडलाधिकारी अंबागढ़ चौकी की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया। जांच समिति ने 78 बोरों में गड़बड़ी पायी। इनमें अच्छे क्वालिटी के तेंदूपत्ता की जगह खराब क्वालिटी का तेंदूपत्ता भर दिया गया था। इससे शासन को लगभग 93 लाख 34 हजार 487 रूपये की क्षति पाईं गई। प्रारंभिक जांच पश्चात् पुलिस ने खरीददार सहित दस लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इनमें सुधीर मानेक, माखन लाल बंजारे वन क्षेत्रपाल, जीवन लाल देशमुख उप वन क्षेत्रपाल, सुनील ठाकुर सुरक्षा श्रमिक, जावेद पिता जुबेर अहमद, दिनेश पिता गिरधर दास मारकंडे, निरंजन पिता आलम सिंह ठाकुर, ईश्वर पिता नेहरू साहू, यशवंत पिता शंकर भवानी धनकर तथा तीज पिता दशरू राम मंडावी शामिल है। इनके खिलाफ धारा 316-2, 316-5, 61-2 डीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
अच्छे क्वालिटी के तेंदूपत्ता को बदलकर घटिया क्वालिटी का तेंदूपत्ता बोरो में की हेराफेरी के मामले में विभागीय जांच में यह तथ्य उजागर हुआ कि मिली भगतकर गोदाम में रखे अच्छे क्वालिटी के तेंदूपत्ता को बदलकर घटिया क्वालिटी का तेंदूपत्ता डाल दिया गया। इसमें लगभग 93 लाख रूपए से अिधक की हेराफेरी वन विभाग के अिधकारी व व्यापारी ने मिलीभगत कर की। गड़बड़ी उजागर होने के पश्चात पुलिस में शिकायत की गई। तीन साल तक चली जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई।
तीन साल से चल रही थी पुलिस की जांच
कोतवाली पुलिस ने यह जांच अप्रैल-मई 2022 से शुरू हुई की थी। वन विभाग को पत्र लिखकर लगातार दस्तावेज मांगे जा रहे थे। तीन साल तक चली जांच उपरांत आज यह जुर्म पंजीबद्ध किया गया है। वन विभाग के ठेकेदारों से लेकर विभाग के अिधकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। जिसमें 10 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है।