विधानसभा अध्यक्ष ने सेवा पर्व पर पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना की कार्यशाला में शिरकत कर सूर्य रथ को दिखाई हरी झंडी….

राजनांदगांव, 25 सितंबर 2025 – शहर के गांधी सभागृह में सेवा पर्व पर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना की कार्यशाला का शुभारंभ छ0ग0 विधानसभा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर महापौर मधूसूदन यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल, निगम कमिश्नर अतुल विश्वकर्मा, समाजसेवी खूबचंद पारख, संतोष अग्रवाल, राजेश श्यामकर, रविन्द्र वैष्णव, किशुन यदु सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) राजनांदगांव क्षेत्र के तत्वाधान में आयोजित पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना की विस्तृत कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में छ0ग0 विधानसभा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह शामिल हुए। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों और किसानों के बीच इन योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना था, ताकि वे सौर उर्जा का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सके। विधानसभा अध्यक्ष सिंह ने सेवा पर्व पर पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना के प्रचार-प्रसार के लिए सूर्य रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए विधानसभा के अध्यक्ष डॉ0 रमन सिंह ने योजनाओं की महत्ता को बताते हुए आम नागरिकों, किसानों, ऊर्जा उपभोक्ताओं को रूफटॉप सोलर सिस्टम एवं संौर ऊर्जा आधारित कृषि पंप जैसी पहलों के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ0 श्री सिंह ने कहा देश में सौर ऊर्जा की वर्तमान स्थापित क्षमता लगभग 100 गीगावाट है। लक्ष्य है कि 2030 तक सौर ऊर्जा की क्षमता को तीन गुना बढ़ाकर लगभग 300 गीगावाट तक ले जाया जाए। भविश्य में ऊर्जा की जरूरतों की बढ़ती मांगों को देखते हुए प्रकृति संसाधनों की अभूतपूर्व कमी आयेगी। कोयला, पानी एवं भूसे से बिजली का उत्पादन पर्यावरण के लिए बहुत नुकसानदायक है। इसलिए अब सूर्य की ऊर्जा से बिजली उत्पादन कर पर्यावरण संरक्षक एवं बिजली उत्पादक बनने का स्वर्णिम अवसर मिला है। प्रधानमंत्री की इन दोनों महत्वाकांक्षी योजनाओं के अंतर्गत आवासीय भवनों की छतों पर एवं खेती के लिए अनुपयोगी जमीन पर सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ता व किसान न सिर्फ अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली का उत्पादन करके उसे ग्रिड में बेचकर आर्थिक लाभ भी कमा सकते हैं। उन्होने बताया कि पीएम-कुसुम योजना के तहत कबीरधाम में ग्राम रामपुर में स्वयं उनके परिवारजनों द्वारा 03-03 एकड़ कीे भूमि पर 03 मेगावॉट सौर प्लांट के लिए ऊर्जा विभाग से अनुबंध किया गया। जिससे उत्पादित बिजली को ग्रिड के माध्यम से बिजली विभाग को दिया जायेगा। यह योजना किसानों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है, जिससे वे बिजली से चलने वाले पंपों की जगह सोलर पंप का उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा जो किसान परंपरागत खेती के लिए ट्यूबवेल आदि का उपयोग करते हैं, वे अब सौर ऊर्जा के माध्यम से खेती कर सकते हैं। यह न केवल उनके खर्चों को घटाएगा, बल्कि उन्हें ऊर्जा उत्पादक भी बनाएगा।

महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाई गई हर योजना उनकी दूरगामी सोच, जनहित और राष्ट्रहित की मूल भावना से प्रेरित होती है। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से जहां एक ओर बिजली उपभोक्ता स्वयं उत्पादक बनकर आत्मनिभरता की ओर कदम बढ़ा रहा है, वहीं पीएम कुसुम योजना पीएम-कुसुम योजना किसानों को सौर ऊर्जा से संबंधित लाभ प्रदान करती है। इसके तहत किसानों को सौर पंप लगाने के लिए सब्सिडी और ऋण मिलता है, जिससे उनकी आय बढ़ती है और डीजल पंपों पर होने वाला खर्च कम होता है। इस योजना से बिजली की बचत होती है और ग्रिड पर निर्भरता कम होती है, तथा किसानों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर भी पैदा होते हैं। किसान अपनी अतिरिक्त सौर ऊर्जा को डिस्कॉम को बेचकर कमाई कर सकते हैं, जिससे उनकी आय बढ़ती है। किसान सौर ऊर्जा का उपयोग करके बिजली के बिल और डीजल की लागत बचा सकते हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव ने कहा कि हम सभी को इन योजनाओं का लगभग लेकर अपने भविष्य के ऊर्जा जररूतों पूरा करने का संकल्प लेना चाहिए। इन दोनों योजनाओं में केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा आधे से अधिक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। साथ ही सौर पैनलों पर 25 वर्षो की गारंटी भी दी जा रही है। जिसका देशभर में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। आज देश के हजारों लोग अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली के उत्पादक और उपभोक्ता दोनों बन चुके हैं।

इस अवसर पर विधानसभा के अध्यक्ष डॉ0 रमन सिंह ने पीएम सूर्य घर योजना के 16 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और पीएम कुसुम योजना के 05 लाभार्थियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। यह सम्मान इन योजनाओं के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया गया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने परिसर में सौर प्लांट संचालकों द्वारा लगाए स्टालों में जाकर पी.एम. सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी हासिल की।

इस अवसर पर राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक राजनांदगांव शिरीष सेलट, अधीक्षण अभियंता शंकेश्वर कंवर, नागार्जुन बिम्बिसार, रंजीत घोष के0सी0 खोटे, सुनील भुआर्य एवं विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सहित जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए।

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