बिना वेतन आवारा पशुओं से करवाया जा रहा कार्य, शहर में रात्रिकालीन ट्रैफिक व्यवस्था आवारा पशुओं के हाथ में…..

राजनांदगांव 5 सितंबर। शहर में आवारा पशुओं का आतंक बढ़ते जा रहा है शहर के हर चौक चौराहों की शोभा बढ़ाते चौक चौराहों पर झुंडों में इन्हें देखा जा सकता है। इनकी वजह से सड़क दुर्घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रही है। वही शासन प्रशासन द्वारा कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है। जिसके कारण शहर वासियों का जीना मुहाल हो गया है। शहर के हर गली-मोहल्ले में आवारा पशुओं का आतंक है शहर की ट्रैफिक व्यवस्था मानो आवारा पशुओं के जिम्मे आ गई है, और ये बखूबी उसको निभाते दिखाई देते हैं शहर के हर चौक चौराहे और गली मोहल्ले में निडरता वा दल बल के साथ चौबीसो घंटे बिना वेतन अपने कर्तव्य में इन्हें देखा जा सकता है। वहीं शासन प्रशासन की योजनाएं धारी की धरी रह गई है। इन्हें सड़क दुर्घटनाओं से बचने क लिए प्रशासन द्वारा पशु मालिकों पर की जा रही कार्रवाई हो या गौशालाओं में ले जाकर इन गोवंशों को सुरक्षित रख पाना हो दोनों ही काम धरातल से बहुत दूर है। जिसकी वजह से प्रतिदिन सड़क किनारे मृत गोवंशों को देखा जा सकता है।

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