जल संसाधन व पीडब्‍लूडी के अधिकारी भी अवैध पाइप लाइन में जिम्‍मेदार : जितेंद्र मुदलियार..

राजनांदगांव। सोमनी क्षेत्र के ग्राम फुलझर स्थित न्‍यू लुक बायोफ्यूल्‍स कंपनी द्वारा पाइपलाइन बिछाए जाने में भारी अनियमितता का आरोप सामने आया है। ग्रामीणों के साथ छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के पूर्व अध्‍यक्ष जितेन्द्र मुदलियार ने कलेक्‍टर को ज्ञापन सौंपा। ग्राम पंचायत टेड़ेसरा, कोपेडीह सरपंचों को बर्खास्‍त कर गैर जिम्‍मेदार अधिकारियों पर सख्‍त कार्रवाई की मांग की है। फैक्‍ट्री के मालिक और प्रबंधक पर भी अवैध तरीके से पाइप लाइन बिछाने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की बात उन्‍होंने की है। उन्‍होंने कहा कि, शासन-प्रशासन को जनता का प्रजातंत्र में विश्‍वास मजबूत बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई तत्‍काल करनी चाहिए।

जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्‍यक्ष भागवत साहू ने भी इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने कंपनी के संचालन में लगे अन्य संबंधित व्यक्तियों और अन्‍य के गठजोड़ की भी जांच की आवश्यकता बताई है। कंपनी द्वारा ग्रामीणों को फंसाने की धमकी और उकसाने का प्रयास किया जा रहा है।

आक्रोशित टेड़ेसरा के ग्रामीणों के साथ ज्ञापन देने पहुंचे मुदलियार ने कहा कि यह मामला न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। उन्‍होंने कहा कि अवैध तरीके से 5 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछा दी गई है और जल संसाधन विभाग और लोक‍ निर्माण विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी और दूसरी तरफ उनकी संलिप्‍तता की भी जानकारी सामने आ रही है। इसकी भी जांच होनी चाहिए और जिम्‍मेदार विभागीय अधिकारियों पर सख्‍त कार्रवाई किए जाने की जरुरत है।

उन्‍होंने कहा कि फैक्ट्री तक पाइपलाइन बिछाने हेतु ग्राम पंचायत की अनुमति लिए बिना ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया, जो कि पूरी तरह से अवैध है। तथाकथित वायरल आडियो में भाजपा मंडल अध्‍यक्ष व टेड़ेसरा सरपंच खिलेश्‍वर साहू और कोपेडीह सरपंच द्वारा कंपनी से रुपये लेने की बात सामने आ रही है। दोनों ही पंचायतों के सरपंचों की मौन सहमति और मिलीभगत से यह कार्य कराया गया है, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है।

इस दौरान जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्‍यक्ष भागवत साहू, राजिक सोलंकी, राकेश चंद्राकर, पार्षद अमित कुशवाहा, पूर्व सरपंच देवलाल साहू सहित बड़ी संख्‍या में ग्रामीण मौजूद थे।